Saturday, February 13, 2016

मुख्यमंत्री जनसंवाद,पारदर्शिता और विकास जैसे जुमलों से जनता को गुमराह कर रहे हैं-प्रभात ध्यानी द्वाराहाट में उपपा कार्यकर्ताओं ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला

गैरसैंण, 13 फरवरी
       उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी केन्द्रीय प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी सहित छः   उपपा व सहयोगी संगठन नेताओं को रामनगर में मुख्य मंत्री हरीश रावत के आने से पहले गिरफ्तार करने को उपपा ने सरकार की तानाशाही करार दिया है।  दिन में 1.20 बजे प्रभात ध्यानी केसर राणा, पंकज, ललिता रावत, मनमोहन अग्रवाल व मनीन्द्र सेठी को सी ओ स्वतंत्रकुमार व कोतवाल कैलाश पंवार ने गिरफ्तार कर लिया और शायं 5 बजे कालाढुंगी के एसडीएम अशोक जोशी ने उनकी रिहाई की।
     प्रभात ध्यानी ने बताया कि वे मुख्यमंत्री का विरोध करने की बात नही कर रहे थे बल्कि नैनीसार पर मुख्य मंत्री जो गलत बयानबाजी कर रहे हैं उसका जवाब जरुर लेना चाहते थे। उन्होंने कहा- एक ओर हरीश रावत जनसंवाद जैसा ढोंग कर रहे हैं दूसरी तरफ लोगों को अपनी बात कहने पर पुलिस बल का प्रयोग हो रहा है। जनसंवाद, पारदर्शिता और विकास जैसे जुमले बेकार हो गये हैं।
       उन्होंने कहा- नैनीसार से मुख्यमंत्री की पोल खुल गयी है जहां उन्होंने उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी  अध्यक्ष पर जानलेवा हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी रोकने का काम किया है और उल्टे पी सी तिवारी की गिरफ्तारी करवाई है।
      उपपा प्रधान महासचिव ने कहा- जनता सरकार की कारगुजारियों को समझ गयी है इसलिए आज नैनीसार में उनके दायित्वधारियों को जनता के भारी विरोध का सामना करना पडा।
       प्रभात ध्यानी और साथियों की गिरफ्तारी की उत्तराखण्ड के कई स्थानों पर प्रतिक्रिया हूई है, द्वाराहाट में उपपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला जलाया।

No comments: