Friday, January 22, 2016

जी का जंजाल बना पी पी पी मोड का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र


               गैरसैंण, 22 जनवरी
 गत एक वर्ष सें सामुदायिक सवास्थ्य केन्द्र जो पी पी पी मोड में संचालित है जनता के जी का जंजाल बन गया है। एक वर्ष में सरकार से लगभग साढे तीन करोड रु ले चुका कार्यदायी संस्था गंगाशील नर्सिंग होम प्रा लि बरेली ने विषेशज्ञ चिकित्सकों की लगातार कमी रही है।
  गुरुवार को मजेडासार की रमोतीदेवी (28 वर्ष) पत्नी जमन सिंह को प्रसव पीडा के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहां महिला चिकित्सक ने बच्चे के उल्टा होने व गर्भाशय का मुंह कम खुला होने की बात कह कर प्रसव पीडिता को हायर सेंटर रिफर कर दिया। इतना ही नही महिला के परिजनों से लिखा भी लिया कि रास्ते में किसी घटना के लिए अस्पताल जिम्मेदार नही होगा।
   डाक्टर की काबिलियत तब सामने आ गयी जब गैरसैंण से 9 किमी दूर बिना किसी सहायता के सेवा 108 में स्वस्थ बालिका  को जन्म दे दिया। अब महिला सा स्वा केन्द्र में है। गडोत की महिला इतनी भाग्यशाली नही थी और समय रहते  रिफर न करने पर मृत शिशु जन्मा था जबकि स्यूंणी मल्ली की ग्राम प्रधान को उनके परिजन रानीखेत ले गये और जच्चा बच्चा की जान बचाई जा सकी।
   डुंग्री के ग्राम प्रधान सुरेशानन्द की बहू ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया लेकिन कुछ देर बाद उसकी मुत्यु पर परियोजनों ने रोष जताया।
   2 जनवरी को तहसील दिवस बनाम बहु उद्देशीय शिविर में जिलाधिकारी के सामने जनप्रतिनिधियों ने पीपीपी मोड को समाप्त करने की मांग रखी और वहां की अव्यवस्थाओं पर मुख्य जिला चिकित्साधिकारी को जांच को जांच के आदेश दिये थे। लेकिन उसके बाद भी पीपीपी मोड प्रशासन की लापरवाहियां बदस्तूर जारी हैं। जिससे स्थानीय जनता में भारी रोष है।

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