पेशावर में 23 अप्रैल 1930 को काबुल में निहत्थे खुदाई खिदमतगार आन्दोलनकारी पठानों पर गोली न चलाने का आदेश देने वाले वीर चन्द्रसिंह गढवाली को आज 125 वां जन्म दिन है। पौडी जिला के मासोंसेरा गांव में श्री जाथलीसिंह के सुपुत्र चन्द्रसिंह भण्डारी का जन्म 25 दिसम्बर 1891 को हुआ था। निहत्थे आन्दोलनकारियों पर गोली न चलाने का निर्णय इतिहास की अद्वितीय घटना बन गयी और आनन-फानन में ब्रिटिश अधिकारियो नें एबटाबाद में 67 गढवाली सैनिकों और जूनियर कमीशंड आंफीसर पर मुकदमा चलाया जिनमें से 63 को सजा हुई। कोर्ट मार्शल में वीर चन्द्रसिंह गढवाली को तीन सजा हुई-क्वार्टर मास्टर हवालदार से पदावन्नत कर सिपाही, फौंज से बर्खास्तगी और कालेपानी की सजा, जो सबसे अधिक थी।
वीर चन्द्रसिंह गढवाली के 125 वें जन्म दिन पर वीर चन्द्रसिंह गढवाली और उनके क्रान्तिकारी साथियों को नमन, श्रद्धासुमन।
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