मित्रों! सादर प्रणाम। ईष्ट देवता की असीम कृपा और पितरों के आशीर्वाद से 60वें वर्ष में प्रवेश कर रहा हूं। आज जीवन के 59 साल पूरे हुए। जीवन संगिनी लीला के साथ सब अपनों का सहयोग स्नेह और बडों के आशीर्वाद के आगे जीवन की बडी से बडी कामना छोटी नजर आती है। मित्रों, नाते-रिश्तेदारों और परिचित-अपरिचितों की स्नेहिल कृपा ने इन वर्षों को आसान बनाया। प्रभु! इन वर्षों में जो पाया- खोया सब आपकी कृपा।
सादर अभिवादन, आप सबके स्नेह का आकांक्षी।
पुरुषोत्तम असनोड़ा
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