गैरसैंण, 1 मार्च,
गरीब क्र्रांंित अभियान द्वारा आयोजित चकबन्दी दिवस कार्यक्रम में गढवाल व कुमांऊ मंडल के कम से कम दो-दो गांवों में चकबन्दी प्रारम्भ करने, चकबन्दी के लिए जीवन पर्यत्न काम कर रहे गणेश सिंह गरीब के जन्म दिन को चकबन्दी और कृषि दिवस घोषित करने प्रचार-प्रसार में गरीब क्रांति अभियान का सहयोग लेने तथा ब्लाक स्तर पर किसान विद्यालय स्थापित करने की मांग की गयी।
गोष्ठि में ग्राम ब्लाक एवं जिला स्तरीय चकबन्दी जागरूकता गोष्ठियों एवं विधेयक परिचर्चा पर प्राप्त सुझाव एवं समाधानों का 10 पेज का दस्तावेज चकबन्दी सलाहकार समिति के अध्यक्ष केदार सिंह रावत को सौंपा गया ताकि राज्य में सर्वस्वीकार्य चकबन्दी की राह आसान हो सके। दस्तावेज में चकबन्दी लागू करने सम्बन्धी सुझाव में 14 बिन्दु सुझाये गये जिसमें भौगोलिक परिस्थिति, जमीनों की गुणवत्ता, जमीन हस्तान्तरण की प्रक्रिया आदि शामिल किये हैं। दस्तावेज चकबन्दी के लिए वातावरण सृजन पर जोर देता है ताकि लोग स्वेच्छा से चकबन्दी अपनाये। नई पीडी में कृषि औद्याकनकी को प्रोत्साहित करने के लिए 9 बिन्दुओं के सुझाव दिये गये हैं वहीं विभिन्न स्तरों पर जनता द्वारा उठाये गये व्यवहारिक सवालों का विवरण भी दिया गया है ताकि चकबन्दी से जुडे नियोजकों को नीति और कानून बनाने में आसानी हो।
मैती आन्दोलन के जनक कल्याण सिंह रावत की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम उन्होंने कहा- खेती और गांव बचाने के लिए कृषि शिक्षा को महत्व देना होगा जैसे हिमांचल ने अपने प्रदेश में किया है। कृषिमंत्री डा हरकसिंह रावत के कार्यक्रम में शामिल होने आश्वासन के बावजूद न पहुंचने पर गरीब क्रांति अभियान के कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त किया।
एल मोहन कोठियाल और मनीष भट्ट के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में चकबन्दी आन्दोलन के प्रणेता गणेश सिंह गरीब ने कहा कि सरकार ने सलाहकार समितियां तो बनाई है लेकिन व्यवहारिक रूप में इस ओर तेजी से काम करने की जरूरत है। आयोजन के मुख्य अतिथि और चकबन्दी सलाहकार समिति अध्यक्ष केदार सिंह रावत ने कहा चकबन्दी कानून का ड्राफ्ट मुख्यमंत्री को दिया गया था तथा इस बजट सत्र में हम उसे पारित करने का प्रयास किया जायेगा।
इस अवसर पर मंगल सिंह नेगी, चतुर सिंह नेगी, कपिल डोभाल, बलवन्त गुंसाई, विकास ध्यानी, अनुप पटवाल, विजय सुन्दरियाल, मनीष सुन्दरियाल, रामकृष्ण पोखरियाल, गिरीश डिमरी, सरस्वती देवी, तनु पन्त, क्षेत्र प्रमुख सुमति बिष्ट, पूर्व प्रमुख जानकी रावत, सभासद कुसुमलता गैडी, रोशन बिष्ट, गढवाल महासभा के अध्यक्ष योगम्बर सिंह रावत, रवीन्द्र कुंवर, नितिन कुंवर, दिलीप सिंह रावत, रंगकर्मी अमित गुंसाई, उद्यान विशेषज्ञ केवलानन्द तिवारी आदि उपस्थित थे।
गरीब क्रांति के संयोजक कपिल डोभाल ने आगन्तुकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मेलन में आने पर धन्यवाद किया।
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