गैरसैंण, 29 जनवरी,
नैनीसार में उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी केन्द्रीय अध्सयक्ष पी सी तिवारी पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी मनमानी धाराओं में गिरफ्तारी और पहाडों की जमीन सरकार द्वारा खुर्द-बुर्द करने की मंशा के खिलाफ संयुक्त रणनीति बनाने के लिए उत्तराखण्ड के जन संगठनों की बैठक 31 जनवरी को हल्द्वानी में आयोजित की गयी है।
उक्त जानकारी देते हुए उपपा प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी ने कहा- उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था और जल-जंगल-जमीन खतरे में हैं। उन्होंने कहा- पी सी तिवारी पर जिस तरह प्राण घातक हमला हुआ और उन्हें ही गम्भीर धाराओं में जेल भेजा गया वही उत्तराखण्ड के सामाजिक जीवन के लिए गम्भीर खतरा है।
ध्यानी ने कहा-गुण्डों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय क्षेत्रीय पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष को निशाना बनाकर सरकार अपने इरादे जता चुकी है। अब जनता को उसका जबाब देना है और 26 जनवरी को बडी संख्या में नैनीसार पहुंच कर जनता ने जबाब दे दिया है।
उन्होंने राज्य के सभी जन संगठनों का आह्वान करते हुए कहा- सरकार और माफियाराज के विरुद्ध चुप रहने का समय नही ह इसलिए अधिकाधिक संख्या में 31 जनवरी को हल्द्वानी पहुंच कर एकजुटता और आगामी रणनीति बनाने में सहभागी हों।
नैनीसार में उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी केन्द्रीय अध्सयक्ष पी सी तिवारी पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी मनमानी धाराओं में गिरफ्तारी और पहाडों की जमीन सरकार द्वारा खुर्द-बुर्द करने की मंशा के खिलाफ संयुक्त रणनीति बनाने के लिए उत्तराखण्ड के जन संगठनों की बैठक 31 जनवरी को हल्द्वानी में आयोजित की गयी है।
उक्त जानकारी देते हुए उपपा प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी ने कहा- उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था और जल-जंगल-जमीन खतरे में हैं। उन्होंने कहा- पी सी तिवारी पर जिस तरह प्राण घातक हमला हुआ और उन्हें ही गम्भीर धाराओं में जेल भेजा गया वही उत्तराखण्ड के सामाजिक जीवन के लिए गम्भीर खतरा है।
ध्यानी ने कहा-गुण्डों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय क्षेत्रीय पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष को निशाना बनाकर सरकार अपने इरादे जता चुकी है। अब जनता को उसका जबाब देना है और 26 जनवरी को बडी संख्या में नैनीसार पहुंच कर जनता ने जबाब दे दिया है।
उन्होंने राज्य के सभी जन संगठनों का आह्वान करते हुए कहा- सरकार और माफियाराज के विरुद्ध चुप रहने का समय नही ह इसलिए अधिकाधिक संख्या में 31 जनवरी को हल्द्वानी पहुंच कर एकजुटता और आगामी रणनीति बनाने में सहभागी हों।
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